बेंगलुरु में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की जीत का जश्न उस समय एक बड़े हादसे में बदल गया, जब चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर अचानक भगदड़ मच गई। इस दर्दनाक घटना में 11 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल बताए जा रहे हैं। कई घायलों की हालत गंभीर है, जिन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
घटना मंगलवार रात की है जब RCB की टीम ने अहम जीत दर्ज की और हजारों की संख्या में प्रशंसक स्टेडियम के बाहर इकट्ठा होकर जश्न मना रहे थे। जीत की खुशी में लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी, पटाखे फोड़े जा रहे थे और सेल्फी लेने की होड़ मच गई थी। इसी दौरान भीड़ का नियंत्रण बिगड़ गया और धक्का-मुक्की शुरू हो गई। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, एक अफवाह फैलने के बाद लोगों में घबराहट फैल गई, जिससे भगदड़ की स्थिति बनी।

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सुरक्षा व्यवस्था बेहद कमजोर थी और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त पुलिस बल या बैरिकेड्स मौजूद नहीं थे। स्टेडियम के बाहर भारी भीड़ को संभालने में प्रशासन पूरी तरह विफल रहा। कई लोग एक-दूसरे के ऊपर गिर पड़े और दबकर उनकी जान चली गई।
बेंगलुरु पुलिस ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 30 से ज्यादा लोग घायल हैं। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
कर्नाटक सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है और घायलों के इलाज का पूरा खर्च उठाने का भरोसा दिलाया है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह लापरवाही का गंभीर मामला है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
RCB की टीम ने भी सोशल मीडिया पर घटना पर गहरा शोक जताया है और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है। टीम ने लिखा, “हमारी जीत का जश्न एक भयानक हादसे में बदल गया, यह हमारे लिए बेहद दुखद है। हमारी संवेदनाएं उन सभी परिवारों के साथ हैं जो इस हादसे से प्रभावित हुए हैं।”
यह घटना एक बार फिर से बड़े आयोजनों में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर करती है। जब हजारों लोग एकत्रित होते हैं, तब छोटी सी चूक भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है।
फिलहाल राहत और बचाव कार्य जारी है और पुलिस प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि आखिर भीड़ को नियंत्रित करने में कहां चूक हुई। शहर में शोक का माहौल है और लोगों में प्रशासन की लापरवाही को लेकर भारी आक्रोश देखा जा रहा है।